अमेरिका-चीन व्यापार तनाव : सोयाबीन आयात ठप होने से अमेरिकी किसान गहरे संकट में

चीन ने अमेरिका से सोयाबीन खरीदना क्यों बंद किया

चीन ने अमेरिका से सोयाबीन खरीदना क्यों बंद किया: दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं, अमेरिका और चीन, के बीच चल रहे व्यापार युद्ध ने एक बार फिर अमेरिकी कृषि क्षेत्र को संकट में डाल दिया है। विशेष रूप से सोयाबीन किसानों की हालत चिंताजनक बनी हुई है, क्योंकि चीन ने अमेरिका से सोयाबीन का आयात लगभग पूरी तरह बंद कर दिया है। यह फैसला अमेरिकी किसानों के लिए भारी आर्थिक नुकसान का कारण बन रहा है।

व्यापार युद्ध का सीधा परिणाम

सोयाबीन आयात पर यह रोक दोनों देशों के बीच टैरिफ (शुल्क) विवाद का सीधा नतीजा है। जब अमेरिका ने चीनी आयात पर भारी शुल्क लगाया, तो चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सोयाबीन पर 34% का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया और खरीद पूरी तरह से बंद कर दी।

चीन, जो दुनिया में सोयाबीन का सबसे बड़ा खरीदार है, अमेरिकी निर्यात के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार था। ऐतिहासिक रूप से, अमेरिका के कुल सोयाबीन निर्यात का लगभग 60% हिस्सा चीन को भेजा जाता था। इस बाजार के अचानक बंद हो जाने से अमेरिकी किसानों पर वित्तीय दबाव बहुत अधिक बढ़ गया है, खासकर अक्टूबर से दिसंबर की अवधि में, जो अमेरिका में सोयाबीन निर्यात का चरम समय होता है।

राजनीतिक आश्वासन और किसान सहायता

इस संकट पर तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गंभीर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने खुले तौर पर अमेरिकी किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि वह उन्हें कभी निराश नहीं होने देंगे।

ट्रम्प ने कहा: “मुझे अपने देशभक्त किसानों से प्यार है। मैं चार हफ्तों में चीन के राष्ट्रपति से मिलकर सोयाबीन पर चर्चा करूंगा। दूसरी छोटी फसलों के किसानों के लिए भी हम चीजें बेहतर बनाएंगे।

trum says on china about soyabean import
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ट्रंप ने यह भी घोषणा की थी कि टैरिफ से प्राप्त राजस्व के एक हिस्से का उपयोग सीधे किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ आगामी बैठकों में सोयाबीन व्यापार के मुद्दे को प्राथमिकता पर रखने की बात कही थी, ताकि इस गतिरोध को जल्द से जल्द तोड़ा जा सके।

चीन के वैकल्पिक रास्ते

अमेरिकी आपूर्ति बंद होने के बाद, चीन ने अपनी विशाल घरेलू मांग, विशेषकर पशुपालन उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए वैकल्पिक स्रोतों की तलाश शुरू कर दी है।

दक्षिण अमेरिकी देश: चीन ने ब्राजील और अर्जेंटीना जैसे दक्षिण अमेरिकी देशों से सोयाबीन का आयात बढ़ा दिया है। ब्राजील अब चीन का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन गया है, और वहां से रिकॉर्ड स्तर पर शिपमेंट सुनिश्चित किए जा रहे हैं।

अन्य प्रोटीन स्रोत: दीर्घकालिक रणनीति के तहत, चीन अपने पशुधन उद्योग को सोयाबीन पर निर्भरता कम करने के लिए उच्च प्रोटीन मक्का और माइक्रोबियल प्रोटीन जैसे वैकल्पिक, स्वदेशी प्रोटीन स्रोतों के विकास पर भी काम कर रहा है।


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