शोभेश्वर महादेव मोरबी का शिव मंदिर 5000 साल पुराना है इतिहास |

Shobheshvar Mahadev Morbi Shiv Mandir: पौराणिक मान्यता के अनुशार यह मंदिर में शिवलिंग स्वयंभू है यानि की यह शिवलिंग खुद प्रगट हुवा है और पांडवो से जुड़ा है इस मंदिर का इतिहास |

महाभारत के समय से पहले का शिव मंदिर

पांडव अपने वनवास के दरमियान पांचाल देश में रुके थे। उस समय, उन्होंने भगवान शिव की पूजा करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में शिवलिंग की स्थापना की थी । इसी प्रकार जब पांडु पुत्र जय मोरबी के निकट एक विशाल जंगल में रह रहे थे,

shobheshwar mahadev shiv temple at morbi main photo

तब राफड़ा से स्वयंभू शिवलिंग प्रकट हुए। इस स्थान पर पांडु पुत्र और धर्म राजा युधिष्ठर द्वारा शिवलिंग की पूजा की गई थी। यही मंदिर आज स्वयंभू शोभेश्वर महादेव के नाम से प्रसिद्ध हो गया है।

shobheshvar mahadev shiv ling photo

मंदिर के महंत जिग्नेशगिरि गोसाईं ने मंदिर के बारे में बताया कि वर्षों पहले जब नागा साधु इस स्थान पर रहते थे, तब यहां केवल एक छोटा सा मंदिर था।

उसके बाद इस मंदिर में सेवा पूजा करने वाले महंत वलपुरी महादेवपरी गोसाईं ने मोरबी के राजा सर वाघजी ठाकोर से मंदिर निर्माण पर जोर दिया।

ved mata gayatri mandir at shobheshwar mandir

वाघजी ठाकोर ने शर्त रखी कि यदि मंदिर में रखा नंदी (पोथियो) एक बाल्टी पानी पीएगा और घास का एक गुच्छा खाएगा, तो मंदिर बनाया जाएगा। तब महादेव ने मोरबी के राजा वाघजी ठाकोर को एक पार्सल दिया और मंदिर के पोथी ने घास खाई और पानी पिया। उसके बाद राजा के आदेश पर जैन सदगत द्वारा एक शिखरयुक्त मंदिर का निर्माण कराया गया

mahant shri rugnathpuri bapu shobheshvar mahadev mandir morbi

श्रावण के महीने में यह मंदिर में शिवजी के दर्शन के लिए मोरबी और आसपास के ग्रामीण इलाकों से हजारो की संख्या में लोग आते हैं । यहां पूरे महीने के भण्डारे की व्यवस्था भी अलग-अलग दानदाताओं से की जाती है।

mandir in shobheshwar shiv mandir at morbi

मंदिर के आसपास हरियाली होने के कारण बहुत से लोग अपने परिवार के साथ यहां दर्शन करने आते हैं।

nagdev mandir shobheshwar mahadev

नाग देवता का यह दर्शन का पूरा वीडियो यहाँ क्लिक करके देखे

इस तस्वीर में ध्यान से देखंगे तो आपको नाग देवता का मुख बिच में दिखाई देगा। जो भाग्यशाली लोगो को ही यह दर्शन का लाभ मिलता है. हमारी मंदिर में मुलाकात के समय हमें भी याद दिव्य दर्शन का लाभ मिला

श्रावण महीने के पहले दो सोमवार को शोभेश्वर महादेव मंदिर मोरबी के पास मेला लगता है, यहाँ पे भारी संख्या में लोग इस मेले में शामिल होते हैं। इस मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. यहां तक ​​कि मोरबी के राजा सर वाघजी ठाकोर को भी शोभेश्वर महादेव की एक प्रति प्राप्त हुई है।

यह भी देखे

टेक न्यूज और नए मोबाइल तथा एंड्राइड और IOS ऐप्प के टिप्स एंड ट्रिक्स और रिव्यु , नए रिचार्ज प्लान की लिस्ट और साइबर फ्रॉड से कैसे सुरक्षित रहे Mobile Tips Hindi जैसे जानकारी हिंदी में आपको TECH1NEWS पे मिल जाएँगी। आप हमें हमरे सोशल मिडिया YouTube | Facebook Instagram | Twitter पे भी फोलो करके हमेशा नई खबरों से अपडेटेड रह सकते हे।


Discover more from TECH NEWS HINDI

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Scroll to Top
‘8 કલાક જ થયા છે, હજુ ઘણું કરવાનું બાકી છે’ Trump असफलता जीवन की सबसे बड़ी शिक्षक | जाने कैसे इससे से सीखे सफलता पाना मस्क की AI कंपनी के नए फीचर पर विवाद गलती मत करना 2025 में स्मार्ट टीवी खरीदते समय | इन बातो का रखे ध्यान